नई दिल्ली। आज रात को आप आसमान में टूटते हुए तारों की बारिश का नजारा देख सकते हैं, मध्यप्रदेश की सांइस एक्सपर्ट ने बताया कि रात के समय छत या खुले स्थान पर जाकर आप सितारों के टूटने की इस घटना को देख सकते हैं, वैसे तो संभवना रात 12 से 3 बजे के बीच की है, लेकिन थोड़ा बहुत समय आगे पीछे भी हो सकता है, ये स्थित मध्यप्रदेश सहित पूरे भारत में नजर आने की संभावना है।आसमान में बुधवार की रात अनोखी खगोलीय घटना होने जा रही है।
इस दिन सितारों की बारिश होगी। इस उल्कावृष्टि को भारत के सभी हिस्सों में देर रात 12 से 3 बजे के बीच में बिना किसी उपकरण की मदद से देखा जा सकता है। साल में इस समय होने वाली उल्कावृष्टि या टूटते तारों की बारिशÓ को पर्सेड कहा जाता है। नासा की वेबसाइट के अनुसार, यह ‘मेटीओर शावरÓ या उल्कावृष्टि यों तो 17 जुलाई से शुरू हो चुकी है मगर 3-4 की रात 100 से 150 रंग-बिरंगे सितारे धरती की तरफ आते दिखेंगे।
बनारस के एस्ट्रो ब्वॉय वेदांत पांडेय ने बताया कि इस उल्कावृष्टि को पर्सेडÓ नाम देने के पीछे इसकी उत्पत्ति है। आमतौर पर पृथ्वी के क्षुद्र ग्रहों की कक्षा के नजदीक आने से उल्कावृष्टि होती है। इस बार बरसने वाले उल्कापिंड स्विफ्ट टटल नामक धूमकेतू का हिस्सा हैं। इस उल्कावृष्टि को मेटीओर किंगÓ भी कहा जाता है क्योंकि इसे आंखों से साफ देखा जा सकता है।