सूर्योपासना का महापर्व ‘छठ पूजा’ का शुभारंभ 5 नवंबर से: पूर्वांचलवासी जुटे घाटों की सफाई में
इंदौर। दीपावली के समापन के बाद, शहर में बसे पूर्वांचल के लोगों, विशेषकर बिहार, झारखंड, और उत्तर प्रदेश से आए परिवारों में छठ महापर्व की तैयारी जोरों पर है। छठ महापर्व के आगमन से शहर का संपूर्ण पूर्वांचल समाज छठी मैया की अद्भुत आस्था में रमा हुआ है। हर घर में छठी मैया के पारंपरिक लोक गीत गूंज रहे हैं। शहर में विभिन्न छठ पूजा आयोजन समितियाँ अपने-अपने क्षेत्रों में स्थित घाटों की सफाई और रंग-रोगन के काम में जुट गई हैं। समितियों के पदाधिकारियों ने महापर्व के सफल आयोजन हेतु तैयारियों का निरीक्षण कर सभी जिम्मेदारियां सौंप दी हैं।
5 नवंबर को ‘नहाय-खाय’ से होगी छठ महाव्रत की शुरुआत ।
इस वर्ष चार दिवसीय छठ महापर्व का आरंभ 5 नवंबर को ‘नहाय-खाय’ से होगा। 6 नवंबर को ‘खरना’ मनाया जाएगा। वर्ष 2024 में षष्ठी तिथि 7 नवंबर, गुरुवार को सुबह 12 बजकर 41 मिनट से शुरू होगी, जो 8 नवंबर, शुक्रवार को सुबह 12 बजकर 34 मिनट तक चलेगी। उदया तिथि के अनुसार, छठ महापर्व का संध्या अर्घ्य 7 नवंबर को व्रतधारी देंगे। महापर्व का समापन 8 नवंबर को प्रातः उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा।
शहर के डेढ़ सौ से अधिक घाटों पर होगा छठ पूजा का आयोजन।
पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह और महासचिव के