पंचांगों के एकीकरण हेतु धर्माचार्य आगे आएं

इंदौर। अच्छे ज्योतिषी से लिया परामर्श मार्गदर्शन का काम करता है। अच्छा साधक ही ज्योतिषी हो सकता है। यह बात भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश ज्योतिष एवम् विद्वत परिषद द्वारा आयोजित ज्योतिष जगत के सूर्य प्रो. विजय शर्मा अमृत महोत्सव स्मृति समारोह में कही। समारोह में महामंडलेश्वर रामचरण दास महाराज, राधे-राधे बाबा, पवनानंद महाराज, पं. दीपेश व्यास, पं. पवनदास महाराज,गोविंद मालू आदि मौजूद थे।

विद्वत संगोष्ठी में पं. योगेन्द्र महंत एवम ज्योतिष एवम् विद्वत परिषद के अध्यक्ष आचार्य शर्मा वैदिक ने तिथि-पर्वों की मत-भिन्नता को लेकर कहा कि इसकी विसंगति जल्द दूर हो एवं पंचांगों के एकीकरण हेतु धर्माचार्य आगे आए। अतिथि स्वागत पं. नंदकिशोर शर्मा,, उद्योगपति हर्ष वोरा, राजेश बंसल, शिव जिंदल आदि ने किया। समारोह में पूर्व महापौर उमाशशि शर्मा, भाजपा के गोविंद पार्षद पराग कौशल, वीरेंद्र गुप्ता, गोविंदसिंह पंवार, अरविंद बागड़ी, गिरधर नागर, पारस दोषी, आदि मौजूद थे। आभार कार्यक्रम संयोजक सी ए सोमेंद्र शर्मा ने माना।