सेना का बड़ा हमला, बीएलए के कई समर्थक मारे गए, 30 सैनिकों की भी मौत
बंधकों को दूसरी ट्रेन से मच्छ शहर के लिए रवाना किया

क्वेटा। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तान में क्वेटा से पेशावर जा रही जफर एक्सप्रेस ट्रेन को भारी गोलीबारी कर अपने कब्जे में ले लिया था। बीएलए ने ट्रेन पर हमले और उसके बाद सेना के साथ मुठभेड़ में 30 पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा किया था। इधर आज पाक सेना ने हवाई हमले के साथ पूरी सेना उतारकर ट्रेन पर कब्जा करने वाले बीएलए समर्थकों को मार गिराया है। यह आपरेशन सुबह 8 बजे शुरू किया गया था।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रेस्क्यू किए गए 104 लोगों में 31 महिलाएं और 15 बच्चे हैं. बीएलए के कब्जे से छुड़ाकर उन्हें दूसरी ट्रेन से बलूचिस्तान के काछी जिले के एक शहर मच्छ के लिए भेज दिया गया है। बीएलए ने 214 लोगों के कब्जे में होने का दावा करते हुए चेतावनी दी कि यदि सेना ने बंधकों को छुड़ाने की कोशिश की, तो सभी को मार दिया जाएगा। पुलिस ने सिर्फ 35 लोगों के बंधक होने की बात मानी है। देर रात तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी थी। पाकिस्तानी सेना ने 13 बलोच लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है। बीएलए ने देर रात कहा कि आठ घंटे तक निरंतर मुठभेड़ के बाद पाकिस्तानी थल और वायुसेना ने कदम पीछे खींच लिए थे। आज सुबह बडी कार्रवाई पाक सेना द्वारा की गई, जिसमें बीएलए के समर्थकों को मार गिराया है। अब ट्रेन सेना के कब्जे में आ गई है। उल्लेखनीय है कि संगठन ने ट्रेन के बंधकों को युद्धबंदी करार देते हुए कहा, वह जेल में बंद बलूच नेताओं, जबरन गायब किए लोगों के साथ युद्धबंदियों की अदला-बदली के लिए पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का समय दे रखा था।