देवधरम टेकरी पर 1100 साल से विराजित है भगवान श्री देवनारायण जी
gurjar and digamber jain samaj indore
इंदौर। देवधरम टेकरी पर भगवान श्री देवनारायण जी का अति प्राचीन 1100 वर्ष पूर्व का मंदिर है। यह स्थान गुर्जर समाज के साथ ही सभी देव भक्तों का आस्था का केंद्र है। gurjar and digamber jain samaj indore
यहां पर आसपास के गांव के किसान भी भगवान देवनारायण की पूजा अर्चना करते है और अपने पशुओं की परिक्रमा भी करवाते है। भगवान की चराई गायों के खुरो के निशान की पवित्र शीला अभी भी मंदिर पर विराजित है।
गुर्जर समाज और दिगम्बर जैन समाज के बीच चल रहे देवधरम टेकरी गोमटगिरी विवाद के संदर्भ में गुर्जर समाज इंदौर के संरक्षक देवीलाल गुर्जर शैतूर भगवान देवनारायण मंदिर गुर्जर समाज धार्मिक पारमार्थिक ट्रस्ट रामलक्ष्मण बाजार इंदौर के प्रबंधक ट्रस्टी लच्छीराम गुर्जर ने बताया कि दिगंबर जैन समाज तो यहां सन 1981 में ग्राम जम्बुडी हप्सी के खसरा नंबर 610/1 एवं 610/2 क्षेत्रफल 22.552 एकड़ के केफियत कॉलम 12 में तहसील प्र.क्र. 81-अ 3 फरवरी 1981 के आधार पर रकबा पौैने तीन एकड़ भूमि दिगंबर जैन समाज इंदौर को 5 फरवरी 1981 को अग्रिम आधिपत्य दिया गया जो भूमि अग्रिम आधिपत्य की दी गई तो कहा दी गई उसकी चर्तु:सीमा या अन्य कोई विवरण नहीं है। देवधरम का पुराना मंदिर बना है। gurjar and digamber jain samaj indore
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दिगंबर जैन समाज द्वारा इस संदर्भ में भ्रामक प्रचार किया जा रहा है, जबकि भगवान श्री देवनारायणजी का मंदिर 1100 वर्षों पूर्व का है और उसका रास्ता भी पहले से है। दिसंबर जैन समाज द्वारा गोमटगिरी निर्माण के दौरान भगवान श्री देवनारायणजी की मूर्तियां खंडित हुई जिन्हें नीचे देव बावड़ी के वहां रख दी गई। मंदिर को तोड़ दिया गया।
निर्माण कार्य में व्यवधान आया तो जैन समाज के महाराजजी ने मूर्तियों को चबुतरा बनाकर फिर से स्थापित की। खंडित मूर्तियां अभी भी चबुतरे पर है। मंदिर के सामने की 53 एकड़ जमीन भगवान श्री देवनारायणजी मंदिर का सामने का चढ़ाव का रास्ता एवं मंदिर पहुंच मार्ग है एवं बावड़ी पहुंच मार्ग है।
News Source – Devilal Gurjar Shetur