भोपाल। आनलाइन दो पहिया वाहन बेचने का झांसा देकर एक व्यक्ति से 70 हजार से अधिक की धोखाधडी करने वाले दो शातिरो को सायबर क्राईम (cyber crime) भोपाल की टीम ने दबोच लिया है। शातिर ठग पहले तो ऑनलाइन गाडी खरीदने वाले ग्राहको की तलाशते थे। इसके बाद आरोपी वाहन खरीदने वालो से सपंर्क कर उनसे संपर्क कर उनकी पसंद की किसी भी गाड़ी का फोटो भी ऑनलाइन ही सर्च कर खरीदने वाले लोगो के वाट्सअप पर भेज देते। वाहन पंसद आने पर आरोपी खरीदार से पैसे लेने के बाद मोबाइल नंबर बंद कर गायब हो जाते थे।
अति. पुलिस उपायुक्त अपराध शैलेन्द्र सिंह चैहान ने जानकारी देते हुए बताया कि 29 अगस्त 2022 को फरियादी शैलेष जैन निवासी नेहरू नगर ने लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया था, कि उसे एक एक्टिवा वाहन खरीदना था। इसके लिये उसने ऑनलाइन गूगल पर सर्च करने के साथ ही परिचितो को भी बताया था। बाद में 27 अगस्त को उसके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी और से बाचतीत करने वाले व्यक्ति ने उससे कहा की मेरे परिचित इन्दौर शिफ्ट हो रहे है, और वह अपनी एक्टिवा गाडी बेचना चाहते है।
इसके बाद उसने फरियादी के वाट्सअप पर एक्टिवा की फोटो भेजी। गाड़ी पंसद आने पर उनके बीच सौदा तय हो गया। बाद में फरियादी ने क्यूआर कोड के जरिये 6 बार में 70 हजार पॉच सौ रूपये का ऑनलाइन भुगतान भी कर दिया। लेकिन रकम लेने के बाद आरोपी ने गाडी देने से मना कर दिया और अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया। जॉच के बाद पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरु की।
सायबर क्राईम भोपाल की टीम ने तकनीकि एनालीसिस के दौरान फरियादी को कॉलिंग किये जाने वाले मोबाइल नंबर और बैंक एकांउट जिसमें फरियादी ने पैसा ट्रासंफर किया था उनकी जानकारी खंगाली। इसके बाद हाथ लगे सुरागो के आधार पर टीम ने जालसाजी के मास्टरमांइड अमित गॉधी और उसके साथी लालमणि घिमिरे दोनो निवासी बंजारी हाउसिंग सोसायटी कोलार रोड भोपाल को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 2 मोबाइल एवं सिम कार्ड जप्त की है।
पुछताछ में खुलासा हुआ की आरोपी ऑनलाइन गूगल सर्च के जरिये गाडी खरीदने वाले लोगो के बारे में जानकारी जुटाते और मोबाइल नंबर पर संपर्क कर उसकी पंसद वाली गाडी बेचने की बात करते। गाडी खरीदने की डील फायनल होने पर आरोपी गाडी देने से पहले सारी रकम ऑनलाइन देने की मांग करते और पैसे लेने के बाद लोगो को गाडी देने से मना करते हुए मोबाइल नंबर बंद कर लेते।
इधर एकांउट में पैसा आने के बाद फौरन ही उसे नगद निकाल लेते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी अमित गॉधी पॉचवी पास है, जो टेक्सी चलाने के साथ ही सायबर धोखाधडी की वारदाते भी अंजाम देता है, और पूर्व में सायबर संबंधी अपराध में सायबर जोन ग्वालियर में गिरफ्तार हो चुका है। उसका काम ऑनलाइन गाडी खारीदने वाले के नंबर सर्च कर उनसे संपर्क कर धोखाधडी करना था। वही उसके साथी लालमणि घिमिरे ऑठवी तक पढ़ा है, और वह एक रेस्टोरेंट पर वेटर का काम करता है, उसका काम फर्जी खाते खुलवाकर उसमे आने वाली ठगी की रकम को नगद निकालने का था।