एमपी के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही

करोड़ो रुपये की चरस सहित दो आरोपियो को गिरफ्तार किया

Two accused arrested with charas worth crores of rupees
Two accused arrested with charas worth crores of rupees

राजधानी भोपाल की क्राइम ब्रांच टीम ने नेपाल से तस्करी होकर आ रही करोड़ो रुपये की चरस सहित दो आरोपियो को गिरफ्तार किया है। नशीले पदार्थ जप्त किये जाने की यह कार्यवाही एमपी के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है।
पुलिस ने चरस तस्करी में शामिल पकड़े गये दोनो अंतर्राज्यीय आरोपियो से 38.18 किलोग्राम चरस जप्त की है, जिसकी अन्तराष्ट्रीय कीमत करीब साढ़े 12 करोड़ बताई गई है। दोनो तस्कर सस्ते दामो पर बिहार के रास्ते नेपाल से चरस लेकर आते और उसे भोपाल के कई इलाको में उंची कीमत पर बेच देते थे।

पुलिस कमिशनर हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि अन्य शहरो से नशीले पदार्थो की तस्करी करने उसे शहर में लोकल स्तर पर बेचने वालो की धरपकड़ के लिये सभी थाना पुलिस को विशेष दिशा निर्देश दिये गये है। इसी कड़ी में अतिपुलिस उपायुक्त अपराध शैलेन्द्र सिंह चौहान की टीम को मुखबिर ने दो बाहरी तस्करो के नाम और हुलिया बताते हुए जानकारी दी की बिहार के रहने वाले दोनो व्यक्ति चरस की बड़ी खेप लेकर उसकी डिलेवरी देने के लिये अयोध्या बायपास के पास कोच फ्रेक्ट्री जंगल में किसी का इंतेजा कर कर रहे है। खबर मिलते ही टीम ने मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान की घेराबंदी कर काले रंग के बैग लेकर नजर आये दोनो व्यक्तियो को घेरबंदी कर हिरासत में ले लिया।

पूछताछ में उनकी पहचान विजय शंकर यादव पिता हजारी यादव (33) निवासी, ग्राम शीतल बरदाहा थाना उचायकोट जिला गोपालगंज बिहार जो पेशे से खेती किसानी करता है, और हरकेश चौधरी पिता सुदामा चौधरी (35) निवासी ग्राम हेम बरदाहा थाना उचायकोट जिला गोपालगंज बिहार जो मेहनत-मजदूरी का काम करता है, के रुप में हुई।

टीम ने जब दोनो के पास रखे बैगो की तलाशी ली तो विजय शंकर यादव के पास रखे बैग में 18 किलो 110 ग्राम और हरकेश चौधरी के कब्जे से मिले बैग में 18 किलो 70 ग्राम चरस रखी मिली। अधिकारियो ने बताया कि दोनो के पास से 12 करोड़ 50 लाख कीमत की 36.18 किलोग्राम चरस के साथ ही दो मोबाइल फोन भी जप्त किये गये है। सख्ती से की गई पूछताछ में आरोपियो ने बताया कि बिहार के रहने वाले है, और पहले से ही एक दूसरे को जानते थे।

दोनो ने बताया कि चरस की खेप नेपाल बार्डर से बिहार के तस्करो तक पहुंचती है, जिसके बाद वह इस चरस को बिहार के तस्करो से सस्ते दामो में खरीदकर गिरोह के जरिये से भोपाल तक पहुँचाते और इस नशीले पदार्थ को भोपाल के कई इलाको में ठिकाने लगाकर लाखो रूपयो का मुनाफा कमाते थे। आरोपी बीते काफी समय से नेपाली तस्कर से चरस लाकर भोपाल में कई किलो चरस पहले भी सप्लाई कर चुके है। क्राईम ब्रांच ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला कायम कर दोनो को गिरफ्तार कर उनके लोकल नेटवर्क के तार खंगाल रही है।

Source – EMS