फिटनेस का डोज़ एक घंटा रोज को लेकर भोपाल बायसिकल राइडर्स ग्रुप … खुद साइकिलिंग करके लोगों को करते हैं जागरूक रोज चलाते हैं 20-50 किमी .साइकिल 3 साल में जोड़े 2000 से ज्यादा मेम्बर्स
जहां स्वास्थ्य है वहां जिंदगी मस्त है , ऐसी ही एक मुहिम को लेकर भोपाल बायसिकल राइडर्स ग्रुप अपनी मुहिलम को आगे बड़ रहे है ये ग्रुप 3 सालों से न सिर्फ खुद साइकिलिंग कर रहा है बल्कि लोगों को भी साइकिल चलाने के लिए प्रेरित प्रेरित करता आ रहा है।साइकिल चलाएं और रहें हमेशा फिट, मानसिक तनाव होगा कम, पर्यावरण का भी होता है संरक्षण ये कहना है ग्रुप के मेंबर विनोद पांडेय का सेहत को लेकर लोगों में जागरूकता तेजी से बढ़ती जा रही है। एक दौर था जब साइकिल को गरीबों की सवारी माना जाता था, लेकिन आज दौर बदल गया है। धनाढ्य वर्ग भी साइकिलिंग कर रहा है, जिससे की फिट रहे। इससे जहां वह स्वयं को स्वस्थ रख रहा है, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण का संरक्षण और संवर्द्धन भी हो रहा है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और मानसिक तनाव को कम करने के लिए भी साइकिलिंग एक अच्छा उपाय है।
ग्रुप का लक्ष्य हर घर से 1 सदस्य जोड़ना और भोपाल को साइकिल सिटी बनना
कई मेम्बर्स नियमित साइकिल चलाने के अलावा सप्ताह में दो दिन ऑफिस जाने के लिए भी साइकिल का ही प्रयोग कर रहे हैं।इससे न सिर्फ साइकिलिंग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि शारीरिक तंदरुस्ती भी बढ़ेगी।
कई जगह घूम चुके हैं ।
ग्रुप से जुड़े मेंबर्स की माने तो वे अब अब सप्ताह में संडे के अलावा अन्य छुट्टी वाले दिन भी 100 km से ज्यादा साइकिलिंग करते है साइकिलिंग के तहत मेंबर्स भोपाल सहित आसपास के बड़े मंदिर तक साइकिल से जा चुके है। इनमें भोजपुर मंदिर, कंकाली मंदिर, जैन मंदिर, सलकनपुर मंदिर, ,कंकाली मंदिर , सीहोर गणेश मंदिर, आशापुरी ,सांची , भीमबेटका प्रमुख हैं।