Health: हरी मूंग की दाल में चिकन-मटन से ज्यादा प्रोटीन

हरी मूंग की दाल खाने से प्रोटीन की कमी को दूर किया जा सकता है। आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, दाल में चिकन-मटन से ज्यादा प्रोटीन होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि हरी मूंग दाल का सेवन सप्ताह में दो से तीन बार जरूर करना चाहिए। इस दाल में नॉनवेज से भी ज्यादा प्रोटीन होती है।
“मूंग दाल के सेवन से मांसपेशियों के साथ ही हड्डियों को भी मजबूती मिलती है। इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन के साथ ही फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी, बी6, फोलेट, कॉपर, जिंक और पोटैशियम भी पाए जाते हैं, जिसका सेवन करना फायदेमंद होता है।
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आयुर्वेदाचार्य का मानना है कि हरी मूंग की दाल के सेवन से टिशू की मरम्मत जल्दी होती है। इसमें मौजूद फाइबर की वजह से पाचन तंत्र ठीक से काम करता है। यदि आपको कब्ज की समस्या है, तो मूंग दाल का सेवन इस परेशानी से मुक्ति दिला सकता है। इसके पचने में ज्यादा समय नहीं लगता, जबकि चिकन-मटन खाते हैं, तो उसके पाचन में काफी समय लगता है।” Green moong dal
आयुर्वेदाचार्य का मानना है कि हरी मूंग की दाल के सेवन से कई समस्याओं को लंबी छुट्टी पर भेजा जा सकता है। यह कब्ज की समस्या से मुक्ति दिलाने के साथ ही हृदय के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। दाल में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ने नहीं देते हैं। Green moong
source – ems