नहीं थम रही हिंसा, 50 केंद्रीय बल की टुकडिय़ां मणिपुर भेजी गई
नई दिल्ली (ब्यूरो)। मणिपुर में फिर से भारी हिंसा भड़कने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में केंद्रीय बलों के शीर्ष अधिकारियों के अलावा खुफिया तंत्र और गृह मंत्रालय के भी शीर्ष अधिकारी शामिल रहे। गृह मंत्री ने लगातार दूसरे दिन राज्य की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार मणिपुर में ‘चुनौतीपूर्णÓ स्थिति के बीच राज्य में 5,000 से ज्यादा कर्मियों वाली अतिरिक्त 50 सीएपीएफ कंपनी भेजेगा। इससे पहले भी 20 कंपनियां भेजी जा चुकी हैं। यानी अब तक कुल 70 कंपनियां कानून व्यवस्था बनाने के लिए मणिपुर भेजी जा चुकी हैं। जानकारी के अनुसार, बैठक में ताजा हिंसा के बारे में राज्य में तैनात अधिकारियों की रिपोर्ट पर चर्चा के अलावा आगे उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई। सरकार मणिपुर में चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए सीएपीएफ की कंपनी भेज रही है।
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जिरीबाम जिले में भड़की हिंसा के अन्य स्थानों पर फैलने पर 12 नवंबर को जारी एक आदेश के बाद गृह मंत्रालय ने 20 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनी राज्य में भेजी थीं जिनमें से सीआरपीएफ की 15 और बीएसएफ की पांच कंपनी हैं। सीआरपीएफ के महानिदेशक ए डी सिंह और अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के वरिष्ठ अधिकारी भी राज्य में मौजूद हैं। पिछले सप्ताह की तैनाती के बाद राज्य में अब सीएपीएफ की कुल 218 कंपनी हैं। 50 central force troops sent to Manipur
मणिपुर पिछले साल मई से जातीय संघर्ष से जूझ रहा है। सूत्रों ने कहा कि रिपोर्ट की गई हिंसा के स्तर और बदल रही कानून व्यवस्था की स्थिति के अनुसार मणिपुर में इन नयी 50 इकाइयों को तैनात करने के लिए राज्य सरकार और गृह मंत्रालय के परामर्श से योजना तैयार की जा रही है।